विश्व पर्यावरण दिवस ‘World Environement Day’ पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में 5 जून को मनाया जाता है।

इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र में पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी।

5 जून 1973 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया।

– प्रदूषित वायु के कारण सूर्य के प्रकाश की मात्रा में कमी आ जाती है जिससे पौधों की प्रकाश संश्लेषण क्रिया प्रभावित होती है।

– वायु प्रदूषित क्षेत्रों ME जब बरसात HOTI है TO वर्षा में विभिन्न प्रकार KI गैसें एवं विषैले पदार्थ घुलकर धरती PAR आ जाते HAI, जिसे “अम्ल वर्षा” कहा JATA है।

– वाहन अधिक मात्रा ME कार्बन मोनोऑक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड तथा धुआँ उत्पन्न KARTE हैं ।

– पेट्रोलियम परिष्करण शालाएँ सल्फर डाइऑक्साइड तथा नाइट्रोजन डाइऑक्साइड जैसे प्रदूषकों KI प्रमुख स्त्रोत हैं।

– CFCs KE द्वारा वायुमंडल KI OJONE परत क्षतिग्रस्त HO JATI है।

– पौधे प्रकाश-संश्लेषण के लिए वायुमंडल से CO, का उपयोग करते हैं जिसके कारण वायु में CO, की मात्रा कम हो जाती है।